

++++++ नागपुर, 04 अक्टूबर 2025 +++++++++
तमिलनाडु के बाद अब मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में भी Coldrif और Nextro-DS, नामक कफ सिरफ पर पाबंदी लगा दी गई है। प्राप्त हुई जानकारी अनुसार इन्हीं कफ के कारण नौ बच्चों की किडनी फेल हो जाने मौत हो गई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय चिकित्सकों के कहने पर बच्चों को Coldrif और Nextro-DS कफ सिरफ बच्चों को दी गई थी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने अपने पोस्ट मे लिखा- आज सुबह जांच रिपोर्ट मिली है, छिंदवाड़ा में कफ सिरफ के कारण बच्चों की हुई मौत अत्यंत दुखद है, इनस सिरप के बेचने पर पूरे मध्यप्रदेश में पाबंदी लगा दी गई है”। सिरप निर्माण कंपनी के अन्य उत्पाद की बिक्री पर भी पाबंदी लगाया जा रहा है। प्राप्त जानकारी अनुसार यह कफ सिरफ बनाने वाली कंपनी कांचीपुरम में है। इस घटना के संज्ञान में में आने के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार को जांच के लिए कहा। जानकारी अनुसार आज इसकी जांच रिपोर्ट आई है। जिसके बाद कड़ा एक्शन लिया जा रहा है। डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विस सेंटर ड्रग स्टैंडर्ड सेंट्रल ऑर्गनाइजिंग के ड्रग कंट्रोलर ने 2023 मे सभी राज्यों को पत्र भेजा था जिसमें क्लोरोफेमिमाइन मैलिएट आईपी2एमजी प्लस फिनाइलेफराइन एचसीएल5 एमजी ड्राप चार साल से कम आयु के छोटे बच्चों को यह सिरफ नही दिया जाना चाहिए। इसे बनाने वाली कंपनी को दवा के लेबल पर यह चेतावनी जरूर लिखनी चाहिए। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा मे हुई बच्चों की मौत का कारण बताए जा रहे कफ सिरफ में जहरीले केमिकल की मिलावट है, इसकी तमिलनाडु सरकार ने भी पुष्टि कर दी है। कफ सिरफ जांच मे यह पता चला कि कोलडरिफ कफ सिरफ में 48% डाईथाइलीन ग्लायकाल की मिलावट है जो कि एक खतरनाक केमिकल है। जानकारी अनुसार राष्ट्रीय रोग नियंत्रक केंद्र, राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के प्रतिनिधियों की संयुक्त दल ने घटनास्थल का दौरा भी किया । इस दल ने राज्य के अफसरों के साथ मिलकर कफ सिरफ सहित कुछ अन्य सैंपल भी लिए। जांच रिपोर्ट मे इनमे से किसी भी सैंपल मे डाईएथिलिन ग्लाइकॉल या एथिलीन ग्लाइकॉल नही पाया गया।













